Loan देते वक्त Bank कैसे काटते हैं आपकी जेब? 4 तरीके जिनसे RBI भी है चौकन्ना: बैंक लोन ब्याज

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बैंक लोन ब्याज और अन्य शुल्क: हर किसी का एक बैंक खाता होता है और कभी न कभी बैंक से लोन लेना पड़ता है। लेकिन बहुत से बैंक लोन देते वक्त गलत तरीके से अतिरिक्त ब्याज वसूल लेते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी इसकी जानकारी है और उसने बैंकों को फटकार लगाई है। आइए जानते हैं उन चार तरीकों के बारे में जिनसे बैंक ज्यादा ब्याज वसूलते हैं।

🔰बैंक लोन ब्याज और अन्य शुल्क

1️⃣लोन अप्रूवल की तारीख से ब्याज वसूलना

1️⃣लोन अप्रूवल की तारीख से ब्याज वसूलना

कई बैंक लोन की मंजूरी की तारीख से ही ब्याज वसूलना शुरू कर देते हैं, जबकि ब्याज उस दिन से वसूला जाना चाहिए जब लोन की राशि ग्राहक के खाते में पहुंचती है।

2️⃣चेक जारी करने की तारीख से ब्याज वसूलना

2️⃣चेक जारी करने की तारीख से ब्याज वसूलना

चेक के माध्यम से लोन देने के मामले में भी ऐसा देखा गया है। बैंक चेक जारी करने की तारीख से ब्याज वसूलते हैं, जबकि चेक ग्राहक को कई दिन बाद मिलता है। ब्याज चेक सौंपने की तारीख से वसूलना चाहिए।

3️⃣बकाया दिनों की बजाय पूरे महीने का ब्याज वसूलना

3️⃣बकाया दिनों की बजाय पूरे महीने का ब्याज वसूलना

कुछ बैंक लोन देने या रीपेमेंट के मामले में पूरे महीने का ब्याज वसूलते हैं, जबकि ब्याज केवल बकाया दिनों के लिए लिया जाना चाहिए। इससे ग्राहकों को नुकसान होता है।

4️⃣कुछ किस्तें एडवांस लेकर पूरे लोन पर ब्याज वसूलना

4️⃣कुछ किस्तें एडवांस लेकर पूरे लोन पर ब्याज वसूलना

कुछ मामलों में बैंक एक या अधिक किस्तें पहले ही वसूल लेते हैं, लेकिन ब्याज पूरी लोन राशि पर कैल्कुलेट करते हैं। ऐसी प्रथाएं ग्राहकों के साथ अन्याय करती हैं और RBI ने इस पर चिंता जताई है।

🔰बैंक लोन ब्याज और अन्य शुल्क से बचने के तरीके:

1️⃣RBI की चेतावनी

RBI ICON
RBI ICON

भारतीय रिजर्व बैंक ने 29 अप्रैल 2024 को एक नोटिफिकेशन जारी किया था जिसमें उसने बैंकों को ग्राहकों से अतिरिक्त ब्याज न वसूलने की चेतावनी दी थी। RBI ने निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करने की सलाह दी है और कहा है कि ऐसे मामले सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।

2️⃣लोन डाक्यूमेंट्स ध्यान से पढ़ें

2️⃣लोन डाक्यूमेंट्स ध्यान से पढ़ें

लोन लेने से पहले सभी शर्तें और ब्याज दरों को अच्छे से समझें।

3️⃣ब्याज कैल्कुलेशन की जांच करें:

3️⃣ब्याज कैल्कुलेशन की जांच करें:

लोन मिलने की तारीख से ही ब्याज की गणना होनी चाहिए, इसकी पुष्टि करें।

4️⃣बैंक स्टेटमेंट्स की नियमित जांच करें:

4️⃣बैंक स्टेटमेंट्स की नियमित जांच करें:

अपने बैंक स्टेटमेंट्स की नियमित जांच करें और किसी भी अनियमितता को तुरंत बैंक को सूचित करें।

5️⃣बैंक से स्पष्टता मांगें:

5️⃣बैंक से स्पष्टता मांगें:

यदि किसी भी शर्त या ब्याज दर में संदेह हो, तो बैंक से स्पष्टता मांगें और लिखित में पुष्टि लें।

6️⃣RBI के निर्देशों की जानकारी रखें:

6️⃣RBI के निर्देशों की जानकारी रखें:

भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों और अधिसूचनाओं के बारे में जानकारी रखें ताकि आप अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें।
संबंधित ट्वीट👉 RBI Warning to Banks

7️⃣बैंकिंग ओम्बड्समैन से शिकायत

RBI OMBUDSMAN
RBI OMBUDSMAN

अगर आपको लगता है कि बैंक आपके साथ अन्याय कर रहा है और आपकी शिकायत बैंक नहीं सुलझा रहा है, तो आप बैंकिंग ओम्बड्समैन से संपर्क कर सकते हैं। बैंकिंग ओम्बड्समैन भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त एक अधिकारी होता है जो बैंकिंग सेवाओं से संबंधित शिकायतों का निवारण करता है।

  • शिकायत दर्ज करने का तरीका: आप बैंकिंग ओम्बड्समैन की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या फॉर्म भरकर उन्हें मेल कर सकते हैं।
  • समय सीमा: बैंक से शिकायत करने के 30 दिन बाद भी यदि समाधान नहीं मिलता, तो आप ओम्बड्समैन से संपर्क कर सकते हैं।
  • निर्णय: ओम्बड्समैन का निर्णय बाइंडिंग होता है और बैंक को उसका पालन करना होता है ।

😇 निष्कर्ष:

इन उपायों से यह स्पष्ट है कि बैंक हम ग्राहकों से अतिरिक्त ब्याज वसूलने के गलत तरीके अपनाते हैं, और RBI ने इसे गंभीरता से लिया है। साथ ही हम ग्राहकों को भी चाहिए कि वे इन प्रथाओं से सतर्क रहें और अपनी बैंकिंग गतिविधियों पर ध्यान दें ।


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🙏नमस्कार दोस्तों! मैं मनोज वर्मा, जयपुर (राजस्थान) का निवासी हूं और फाइनेंस और एकाउंट्स विभाग में कार्यरत हूं। मैंने 8 साल तक टीचिंग का अनुभव लिया, जिससे गणित और विश्लेषणात्मक सोच में महारत हासिल की, जो अब वित्तीय क्षेत्र में उपयोगी हो रही है। फाइनेंस न केवल हमारे भविष्य को सुरक्षित करता है, बल्कि यह जीवन को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने की कला भी है। इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपके साथ रोजमर्रा की वित्तीय जानकारी साझा करूंगा, ताकि आपके आर्थिक निर्णय मजबूत और सुरक्षित हो सकें। आइए, मिलकर इस यात्रा को शुरू करें और एक वित्तीय रूप से समृद्ध भविष्य की ओर कदम बढ़ाएं!

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