सिबिल स्कोर पर RBI के 6 नए नियम लागू किए हैं, जो लोन अप्रूवल, क्रेडिट रिपोर्ट सुधार और बैंकों की जवाबदेही को प्रभावित करेंगे। जानिए इन बदलावों का असर और आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाए रखने के उपाय।
क्या आप जानते हैं कि भारत में 80% लोग सिबिल स्कोर के महत्व को नहीं समझते हैं? एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको बेहतर ऋण या क्रेडिट कार्ड मिल सकता है। लेकिन, जानकारी की कमी से लोग वित्तीय स्थिरता में समस्या का सामना करते हैं।
Table of Contents
सिबिल स्कोर क्या है और इसका महत्व
सिबिल स्कोर की परिभाषा
CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) स्कोर एक तीन-अंकीय संख्या (300 से 900 के बीच) होती है, जो किसी व्यक्ति की वर्तमान क्रेडिट योग्यता (creditworthiness) को दर्शाती है।
- यह स्कोर व्यक्ति के पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड उपयोग के आधार पर तय किया जाता है।
- 300 सबसे खराब और 900 सबसे अच्छा होता है।
- इसे चार श्रेणियों में बांटा जाता है: बेहतरीन, अच्छा, औसत, और खराब
- इस स्कोर को पेमेंट हिस्ट्री, लोन की संख्या, और लोन अमाउंट के आधार पर गणना की जाती है।
क्रेडिट/सिबिल स्कोर का महत्व
- क्रेडिट/सिबिल स्कोर आपके लोन स्वीकृति की संभावना को प्रभावित करता है।
- उच्च सिबिल स्कोर वाले लोगों को नए लोन मिल सकते हैं।
- एक अच्छा सिबिल स्कोर आमतौर पर 750 और उससे अधिक होता है।
- यह वित्तीय संस्थाओं को यह देखने में मदद करता है कि आप अपने ऋण समय पर चुकाएंगे या नहीं।
सिबिल स्कोर की पहचान कैसे करें
- सिबिल स्कोर की पहचान करने के लिए, आपको हर माह अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखनी चाहिए।
- इसमें आपके ऋण इतिहास और भुगतान की स्थिति होती है।
- नियमित रूप से अपनी सिबिल रिपोर्ट देखने से गलतियों को सुधारने में मदद मिलती है।
- सकारात्मक संकेतों के लिए अपने सिबिल स्कोर को समय-समय पर अपडेट करना भी जरूरी है।
सिबिल स्कोर पर RBI के 6 नए नियम
आरबीआई ने नए नियम लागू किए हैं। ये नियम ग्राहकों को अपने सिबिल स्कोर को समझने में मदद करते हैं। वे अपनी वित्तीय स्थिति को भी स्पष्ट दिखाते हैं।इन नियमों से ग्राहकों को जानकारी मिलती है। वे अपने लोन अस्वीकृति के कारण को समझकर भविष्य के निर्णय ले सकते हैं। चलिए इन नियमों को समझते हैं

हर 1️⃣5️⃣ दिन में सिबिल स्कोर अपडेट:
अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर हर 15 दिन में अपडेट करना अनिवार्य है, जिससे सिबिल स्कोर में त्वरित परिवर्तन संभव हो सके।

सिबिल चेक की सूचना 🗣️ग्राहक को देना:
जब भी कोई बैंक या एनबीएफसी किसी ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है, तो उसे एसएमएस या ईमेल के माध्यम से ग्राहक को इसकी सूचना देनी होगी।

रिक्वेस्ट ⚠️ रिजेक्शन का कारण बताना👉आवश्यक:
यदि किसी ग्राहक की लोन या अन्य क्रेडिट संबंधी रिक्वेस्ट को अस्वीकार किया जाता है, तो संबंधित संस्था को स्पष्ट रूप से अस्वीकरण का कारण बताना होगा, जिससे ग्राहक को सुधार के लिए आवश्यक जानकारी मिल सके।

साल में एक बार मुफ्त 🆓 क्रेडिट रिपोर्ट:
क्रेडिट सूचना कंपनियों को प्रत्येक ग्राहक को वर्ष में एक बार मुफ्त में पूर्ण क्रेडिट रिपोर्ट उपलब्ध करानी होगी, ताकि ग्राहक अपने क्रेडिट स्कोर और इतिहास की समीक्षा कर सकें।

डिफॉल्ट रिपोर्ट करने से पहले सूचना 🗣️ देना:
यदि कोई ग्राहक डिफॉल्ट की स्थिति में है, तो क्रेडिट संस्थान को डिफॉल्ट रिपोर्ट करने से पहले एसएमएस या ईमेल के माध्यम से ग्राहक को सूचित करना आवश्यक है, जिससे वह समय पर आवश्यक कार्रवाई कर सके।

शिकायत निवारण में देरी पर ✍️जुर्माना:
यदि क्रेडिट सूचना कंपनी 30 दिनों के भीतर ग्राहक की शिकायत का निपटारा नहीं करती है, तो उसे प्रति दिन 100 रुपये का जुर्माना देना होगा।
इन नियमों का उद्देश्य क्रेडिट प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाना और ग्राहकों के अधिकारों की रक्षा करना है।सिबिल स्कोर के महत्व और इसे बेहतर बनाए रखने के तरीकों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप निम्न वीडियो देख सकते हैं:
RBI के नए CIBIL स्कोर नियमों से जुड़े FAQ
हर 15 दिन में CIBIL स्कोर अपडेट होने से क्या फायदा होगा?
इससे ग्राहकों को अपने क्रेडिट प्रोफाइल की अधिक सटीक और ताजा जानकारी मिलेगी, जिससे लोन अप्रूवल में पारदर्शिता बढ़ेगी और गलत जानकारी के कारण स्कोर में गिरावट से बचाव होगा।
अगर कोई बैंक मेरी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है तो मुझे कैसे पता चलेगा?
RBI के नए नियम के तहत, जब भी कोई बैंक, NBFC या अन्य वित्तीय संस्था आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करेगी, तो आपको SMS या ईमेल द्वारा सूचित किया जाएगा।
क्या मैं अपना CIBIL स्कोर मुफ्त में चेक कर सकता हूं?
हाँ, नए नियम के अनुसार, ग्राहक साल में एक बार अपनी फुल क्रेडिट रिपोर्ट मुफ्त में देख सकते हैं। क्रेडिट ब्यूरो को अपनी वेबसाइट पर इसकी सुविधा देनी होगी।l
अगर मेरा लोन आवेदन रिजेक्ट हो जाता है तो क्या बैंक को कारण बताना होगा?
हाँ, RBI के नए नियमों के तहत, यदि किसी ग्राहक का लोन आवेदन अस्वीकार किया जाता है, तो बैंक या NBFC को इसकी स्पष्ट वजह बतानी होगी।
बैंक मुझे बिना बताए CIBIL स्कोर में डिफॉल्ट दर्ज कर सकता है?
नहीं, नए नियमों के अनुसार, यदि कोई संस्था आपको डिफॉल्टर के रूप में रिपोर्ट करना चाहती है, तो उसे पहले आपको इसकी सूचना देनी होगी।
अगर मेरी क्रेडिट रिपोर्ट में गलती है, तो उसे ठीक करने में कितना समय लगेगा?
RBI ने निर्देश दिया है कि क्रेडिट सूचना कंपनियों को ग्राहक की शिकायतों का निपटारा 30 दिनों के भीतर करना होगा। देरी होने पर प्रति दिन ₹100 का जुर्माना लग सकता है।
क्या CIBIL स्कोर अपडेट होने की प्रक्रिया अब तेज हो जाएगी?
हाँ, पहले क्रेडिट स्कोर का अपडेट होने में 30 से 45 दिन लगते थे, लेकिन नए नियमों के तहत यह हर 15 दिन में अपडेट होगा।
अगर मेरी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई त्रुटि है तो मैं शिकायत कहां कर सकता हूँ?
आप संबंधित क्रेडिट ब्यूरो (CIBIL, Experian, Equifax, या CRIF High Mark) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
क्या यह नियम सभी बैंकों और NBFCs पर लागू होंगे?
हाँ, RBI द्वारा जारी किए गए ये नए क्रेडिट रिपोर्टिंग नियम सभी बैंकों, NBFCs और क्रेडिट ब्यूरो पर लागू होंगे।
क्या ये नियम छोटे वित्तीय संस्थानों पर भी लागू होंगे?
हाँ, RBI के नियम सभी वित्तीय संस्थानों पर लागू होंगे, चाहे वे बैंक हों, NBFC हों या डिजिटल लोन प्लेटफॉर्म।
मुझे अपनी मुफ्त वार्षिक क्रेडिट रिपोर्ट कहां से मिलेगी?
आप अपनी मुफ्त वार्षिक क्रेडिट रिपोर्ट क्रेडिट ब्यूरो की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, CIBIL की रिपोर्ट के लिए www.cibil.com पर जाएं।
क्या क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव करने का अनुरोध करना आसान हो गया है?
हाँ, अब ग्राहक अगर किसी गलती की शिकायत करते हैं, तो क्रेडिट ब्यूरो को इसे 30 दिनों के अंदर ठीक करना होगा, वरना उन्हें हर दिन ₹100 का जुर्माना देना होगा।
क्या लोन के लिए आवेदन करते समय मेरा CIBIL स्कोर प्रभावित होता है?
हाँ, यदि कोई बैंक या NBFC “हार्ड इंक्वायरी” करता है (यानी आपका CIBIL स्कोर चेक करता है), तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को हल्का प्रभावित कर सकता है। लेकिन नए नियमों के तहत, इसकी जानकारी आपको दी जाएगी।
क्या इन नए नियमों से क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को लाभ होगा?
हाँ, क्योंकि अब क्रेडिट स्कोर अधिक तेजी से अपडेट होगा, जिससे क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को बेहतर ब्याज दरें और ऑफर्स मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर से संबंधित कोई समस्या का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत अपने बैंक या क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।