पर्सनल लोन से बेहतर है ओवरड्राफ्ट: जानिए कैसे करें अधिकतम लाभ

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जब भी अचानक पैसों की जरूरत होती है, तो क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, या अन्य विकल्प हमारे दिमाग में आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि “ओवरड्राफ्ट” एक और बेहतर विकल्प है। यह विकल्प न केवल लचीला है, बल्कि फाइनेंशियल बोझ को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको ओवरड्राफ्ट सुविधा के हर पहलू की जानकारी देंगे और बताएंगे कि यह कैसे पर्सनल लोन से बेहतर विकल्प है।

OVERDRAFT
“मैं आपको चेतावनी देता हूं, साहब ! इस बैंक की असभ्यता सभी सीमाओं से परे है। एक और शब्द और मैं – मैं अपना ओवरड्राफ्ट वापस ले लूंगा!” (पंच पत्रिका खण्ड 152, जून 27, 1917 से कार्टून)

Table of Contents

ओवरड्राफ्ट क्या है और कैसे काम करता है?

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अधिविकर्ष या ओवरड्राफ्ट तब होता है जब बैंक खाते से उपलब्ध शेष राशि से अधिक निकासी हो जाती है। ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति को “ओवरड्रॉन ” (अधिक निकासी किया हुआ) कहा जाता है।

यदि खाता प्रदाता से ओवरड्राफ्ट संरक्षण योजना हेतु कोई पूर्व अनुबन्ध है एवं अतिरिक्त आहरित राशि प्राधिकृत ओवरड्राफ्ट सीमा के अंतर्गत है, तब सहमत दर पर ही ब्याज अधिरोपित किया जाता है। यदि यह शेष राशि सहमत शर्तों से अधिक हो जाती है तो शुल्क एवं उच्चतर ब्याज दर अधिरोपित हो सकता है।

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ओवरड्राफ्ट बैंक द्वारा दी जाने वाली एक विशेष सुविधा है, जिसमें आप अपने खाते में उपलब्ध बैलेंस से अधिक धन निकाल सकते हैं। इसे एक प्रकार की लाइन ऑफ क्रेडिट माना जा सकता है।अगर आपका बैंक अकाउंट खाली है, तो आप तय सीमा तक पैसे उधार ले सकते हैं।

इस पर केवल उपयोग की गई राशि पर ब्याज लगता है।यह सुविधा खासतौर पर सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, या फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़ी होती है।

उदाहरण:मान लीजिए कि आपका अकाउंट बैलेंस शून्य है, लेकिन बैंक ने आपको ₹1 लाख तक का ओवरड्राफ्ट लिमिट दिया है। यदि आप केवल ₹20,000 उपयोग करते हैं, तो ब्याज सिर्फ इस राशि पर लगेगा।

क्रेडिट कार्ड बनाम पर्सनल लोन बनाम ओवरड्राफ्ट: कौन सा बेहतर है?

📌 विशेषता 📄 विवरण (तीनों विकल्पों के लिए)
परिभाषा क्रेडिट कार्ड: लिमिट तक बार-बार उधार लेने की सुविधा (रिवॉल्विंग क्रेडिट)
पर्सनल लोन: एकमुश्त राशि जो EMI में चुकानी होती है
ओवरड्राफ्ट (OD): खाते से लिमिट से अधिक पैसे निकालने की सुविधा
ऋण राशि क्रेडिट कार्ड: ₹10,000 – ₹5 लाख तक
पर्सनल लोन: ₹50,000 – ₹25 लाख या अधिक
ओवरड्राफ्ट: बैंक द्वारा तय सीमा
ब्याज दर क्रेडिट कार्ड: 24% – 48% प्रतिवर्ष
पर्सनल लोन: 10% – 18% प्रतिवर्ष
ओवरड्राफ्ट: 10% – 20% (उपयोग की गई राशि पर)
अवधि (Tenure) क्रेडिट कार्ड: कोई निश्चित अवधि नहीं
पर्सनल लोन: 1 – 5 साल
ओवरड्राफ्ट: कोई तय अवधि नहीं
भुगतान तरीका क्रेडिट कार्ड: हर माह न्यूनतम या पूरा भुगतान
पर्सनल लोन: EMI में भुगतान
ओवरड्राफ्ट: जब हो तब वापस जमा करें
दस्तावेज़ क्रेडिट कार्ड: KYC, Income प्रूफ (कम)
पर्सनल लोन: KYC + Income प्रूफ
ओवरड्राफ्ट: खाता आधारित, कम दस्तावेज़
स्वीकृति समय क्रेडिट कार्ड: तुरंत या 1–2 दिन
पर्सनल लोन: 1–7 दिन
ओवरड्राफ्ट: 1–2 दिन (यदि पहले से सुविधा हो)
कब उपयोगी? क्रेडिट कार्ड: रोजमर्रा के खर्च, रिवॉर्ड्स
पर्सनल लोन: बड़ी योजनाएं (शादी, यात्रा, आदि)
ओवरड्राफ्ट: अचानक पैसों की ज़रूरत
दोबारा उपयोग क्रेडिट कार्ड: हाँ
पर्सनल लोन: नहीं (दोबारा आवेदन)
ओवरड्राफ्ट: हाँ

कम ब्याज पर लोन चाहिए तो ओवरड्राफ्ट चुनें, क्योंकि यह पर्सनल लोन की तुलना में अधिक किफायती और लचीला है।

ओवरड्राफ्ट के कारण

  1. जानबूझकर अल्पकालिक ऋण
  2. खाता धारक अपने खाते में लेन-देन का सही-सही ध्यान नहीं रखते और लापरवाही से अधिव्यय कर देते हैं।
  3. एटीएम (ATM) ओवरड्राफ्ट
  4. जमा पर अस्थाई रोक

ओवरड्राफ्ट के प्रकार

  1. सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट: यह तब मिलता है जब आप अपनी संपत्ति जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, प्रॉपर्टी, म्यूचुअल फंड, या इंश्योरेंस पॉलिसी को बैंक में सिक्योरिटी के रूप में जमा करते हैं।
  2. लाभ: कम ब्याज दर और उच्च सीमा।
  3. अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट: इसमें आपको कोई सिक्योरिटी देने की जरूरत नहीं होती।लेकिन यह आपकी आय और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।ब्याज दर थोड़ी अधिक हो सकती है।

ओवरड्राफ्ट सुविधा के फायदे

  1. ब्याज केवल उपयोग की गई राशि पर:यदि आपके पास ₹2 लाख की सीमा है और आपने केवल ₹50,000 का उपयोग किया, तो ब्याज केवल ₹50,000 पर लगेगा।
  2. लचीलापन:जरूरत के हिसाब से राशि निकालें।जब चाहें, जितना चाहें, उतना पैसा लौटाएं।
  3. त्वरित उपलब्धता:ओवरड्राफ्ट राशि सीधे आपके बैंक खाते में उपलब्ध होती है।लंबी लोन प्रक्रिया की जरूरत नहीं।
  4. कम ब्याज दर:पर्सनल लोन के मुकाबले ओवरड्राफ्ट पर ब्याज दर कम होती है।
  5. फाइनेंशियल कंट्रोल:केवल आवश्यकता के अनुसार पैसे निकालें।इससे अनावश्यक कर्ज लेने की संभावना कम हो जाती है।

ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन कैसे करें ?

ओवरड्राफ्ट सुविधा प्राप्त करना बेहद आसान है।

  1. पात्रता जांचें: – आपके बैंक में अच्छा ट्रांजैक्शन इतिहास होना चाहिए।यदि आपके पास सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, या फिक्स्ड डिपॉजिट है, तो बैंक से संपर्क करें।
  2. आवेदन करें: – अपने बैंक की शाखा में जाएं या ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करें।
  3. दस्तावेज जमा करें: – पहचान प्रमाण (आधार कार्ड/पैन कार्ड)।एड्रेस प्रूफ।बैंक स्टेटमेंट और आय प्रमाण (सैलरी स्लिप या आईटीआर)।

ओवरड्राफ्ट के उपयोग से जुड़ी सावधानियां

  1. ओवरड्राफ्ट सीमा का सही उपयोग करें:अनावश्यक कर्ज लेने से बचें।केवल जरूरत के अनुसार पैसे निकालें।
  2. समय पर चुकौती करें:देरी से भुगतान पर जुर्माना और ब्याज दर बढ़ सकती है।
  3. अति निर्भरता से बचें:बार-बार ओवरड्राफ्ट का उपयोग आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है।

निष्कर्ष

Conclusion
Conclusion

ओवरड्राफ्ट पर्सनल लोन की तुलना में अधिक किफायती और सुविधाजनक विकल्प है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जिन्हें लचीलापन चाहिए और जो केवल आवश्यकता के अनुसार पैसे खर्च करना चाहते हैं।

यदि आप सही तरीके से इसका उपयोग करते हैं और समय पर चुकौती करते हैं, तो यह आपकी वित्तीय योजना को बेहतर बना सकता है।

तो अब जब भी आपको पैसों की जरूरत हो, ओवरड्राफ्ट को प्राथमिकता दें और अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाएं।

FAQ: कुछ सामान्य सवाल और जवाब

1. क्या ओवरड्राफ्ट सभी के लिए उपलब्ध है?

नहीं, यह सुविधा केवल उन्हीं ग्राहकों को दी जाती है जिनका बैंकिंग इतिहास अच्छा हो।

2. बिना सिक्योरिटी के ओवरड्राफ्ट कैसे लें?

यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आय नियमित है, तो आप अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं।

3. ओवरड्राफ्ट और क्रेडिट कार्ड में क्या अंतर है?

ओवरड्राफ्ट: कम ब्याज दर, लचीला उपयोग।क्रेडिट कार्ड: उच्च ब्याज दर और फिक्स्ड लिमिट।

4. क्या ओवरड्राफ्ट पर टैक्स छूट मिलती है?

यदि आपने ओवरड्राफ्ट का उपयोग व्यवसाय के लिए किया है, तो आप ब्याज पर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं।

5. Overdraft Account क्या होता है?

Overdraft Account एक प्रकार का बैंक खाता है जो ग्राहकों को उनकी जमा राशि से अधिक धन निकालने की अनुमति देता है। यह आमतौर पर चालू खातों के साथ जुड़ा होता है।

6. Overdraft Loan और Term Loan में क्या अंतर है?

Overdraft Loan: एक फ्लेक्सिबल लोन सुविधा है जिसमें आप जरूरत के अनुसार धन निकाल सकते हैं और केवल निकाली गई राशि पर ही ब्याज लगता है।
Term Loan: एक फिक्स्ड लोन होता है जिसे एक निश्चित समयावधि में चुकाना पड़ता है।

7. Overdraft का अर्थ हिंदी में क्या है?

Overdraft का अर्थ हिंदी में = अधिविकर्ष

8. SBI Overdraft Facility क्या है?

SBI बैंक द्वारा दी जाने वाली सुविधा है जिसमें ग्राहक अपने खाते के बैलेंस से अधिक धनराशि निकाल सकते हैं। यह सुविधा सैलरी अकाउंट, बचत खाता, और फिक्स्ड डिपॉजिट के खिलाफ उपलब्ध है।

9. Overdraft Limit क्या होती है?

Overdraft Limit वह अधिकतम राशि है जिसे ग्राहक अपने खाते में बैलेंस न होने पर भी निकाल सकते हैं। यह बैंक द्वारा ग्राहक की क्रेडिट योग्यता और खाते के प्रकार के आधार पर तय की जाती है।

10.Overdraft पर ब्याज कैसे लगता है?

Overdraft सुविधा पर ब्याज केवल निकाली गई राशि और उसके उपयोग की अवधि पर लगता है। ब्याज दर बैंक और खाता प्रकार के आधार पर अलग हो सकती है।

11. Bajaj Overdraft Facility क्या है?

Bajaj Finserv द्वारा दी जाने वाली एक फ्लेक्सी लोन सुविधा है, जहां ग्राहक जरूरत के अनुसार धनराशि निकाल सकते हैं और केवल उपयोग की गई राशि पर ही ब्याज का भुगतान करते हैं।

12. Cash Credit और Overdraft में क्या अंतर है?

Cash Credit: व्यवसायिक आवश्यकताओं के लिए दी जाने वाली क्रेडिट सुविधा है।
Overdraft: व्यक्तिगत और व्यवसायिक दोनों आवश्यकताओं के लिए उपलब्ध है।

13. Overdraft Facility Savings Account में कैसे मिलती है?

कुछ बैंकों, जैसे SBI, ICICI, और HDFC, में बचत खाताधारकों को फिक्स्ड डिपॉजिट या सैलरी अकाउंट के आधार पर ओवरड्राफ्ट सुविधा मिलती है।

14.Overdraft Facility कैसे बंद करें?

ओवरड्राफ्ट खाता बंद करने के लिए आपको बैंक शाखा में जाकर आवेदन करना होगा। साथ ही, खाते से संबंधित सभी बकाया राशि का भुगतान करना आवश्यक है।

15. PMJDY Overdraft Facility क्या है?

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत पात्र खाताधारकों को ₹10,000 तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा मिल सकती है।

16. Interest on Overdraft डेबिट है या क्रेडिट?

ओवरड्राफ्ट पर लगने वाला ब्याज ग्राहक के खाते से डेबिट किया जाता है।


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