रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग फ्रॉड और फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब बैंकिंग कॉल्स सिर्फ दो ही नंबर सीरीज़ से आएंगी—1600xx और 140xx। इससे ग्राहक आसानी से असली और नकली कॉल्स को अलग कर सकेंगे।
नीचे पढ़िए: Reserve Bank of India (RBI) की उस अधिसूचना ” वॉयस कॉल और एसएमएस का उपयोग करके की जाने वाली वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम – नियामक निर्देश और संस्थागत सुरक्षा उपाय” (Notification No. RBI/2024-25/105, दिनांक 17 जनवरी 2025) का सार हिन्दी में — यानी “क्या कहा है, क्यों, और इससे आपको क्या फायदा/सावधानी है”।
📄 RBI की अधिसूचना: क्या है (मुख्य बातें)
RBI ने निर्देश दिया है कि बैंक एवं अन्य वित्तीय संस्थाएँ (Bank, NBFC, Payment Aggregators आदि) कॉल और SMS के माध्यम से ग्राहकों को संदेश भेजते या कॉल करते समय सिर्फ़ विशेष फ़ोन-नंबर सीरीज इस्तेमाल करें।
- दो सीरीज़ — एक ‘1600xx’ और दूसरी ‘140xx’ — तय की गई हैं:
- लेन-देन / सेवा / बैंकिंग कॉल्स और SMS के लिए — “1600xx” नंबर सीरीज़।
- प्रचार / मार्केटिंग / ऑफर / प्रमोशनल कॉल्स/मैसेज के लिए — “140xx” नंबर सीरीज़।
- साथ ही, बैंक/संस्थाओं को अपने ग्राहक-डेटाबेस की “साफ़-सफाई” करने को कहा गया है — यानी पुराने, बंद या निष्क्रिय नंबर (जिनका उपयोग नहीं हो रहा) हटाना; ताकि इन नंबरों के जरिए धोखाधड़ी / मनी-म्यूलिंग (fraud / money-laundering) की संभावनाएं कम हों।
- अगर कोई संस्था (bank/finance company आदि) इन निर्देशों का पालन नहीं करती — जैसे कि अन्य नंबरों से कॉल/मैसेज करती है — तो उस संस्था का दूरसंचार संसाधन (टेली-कम्युनिकेशन नंबर) डिस्कनेक्ट हो सकता है;
- साथ ही उस संस्था को ब्लैक-लिस्ट किया जा सकता है। SMS या वॉयस-कॉल भेजने से पहले, भेजने वाले संस्था को आवश्यक पंजीकरण (DLT platform, template registration, header registration) करना होगा। यानी, बैंक आदि को पहले से Telecom rules (जैसे Telecom Regulatory Authority of India — TRAI द्वारा बनाए गए नियम) के तहत पंजीकृत होना चाहिए।
RBI के नए नियम क्यों लाए गए?
🎯 उद्देश्य — ऐसा क्यों किया गया
- फर्जी बैंक कॉल्स को कम करना : – आजकल बैंकिंग और डिजिटल ट्रांजैक्शन बहुत बढ़ गए हैं — लेकिन इसी के साथ “फोन कॉल / SMS के जरिए फ्रॉड (धोखाधड़ी)” के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। फर्जी कॉल या मैसेज देकर लोगों से OTP, पासवर्ड, बैंक-डीटेल्स आदि मांगे जाते हैं।
- ग्राहकों को सुरक्षित बैंकिंग अनुभव देना:- RBI का मकसद है कि लोग असली बैंक कॉल या SMS पहचान सकें — यानी अगर कॉल/मैसेज “1600xx / 140xx” नंबरों से नहीं है, तो समझें कि यह संदिग्ध हो सकता है। इस तरह फ्रॉडर्स के लिए धोखाधड़ी करना मुश्किल हो जाएगा।
- इसके साथ ही, बैंक/फाइनेंस संस्थाओं को अपने डेटा सुरक्षित रखने, पुराने नंबर हटाने, ग्राहक-डेटाबेस अपडेट करने आदि से फर्जी ग्राहकों या स्कैमर्स के माध्यम से धोखाधड़ी होने की संभावना घटानी होगी।
- डिजिटल लेन-देन में भरोसा बढ़ाना:- पिछले कुछ वर्षों में साइबर अपराधियों ने बैंक के नाम पर कॉल करके ग्राहकों से OTP, PIN, कार्ड डिटेल और पैसे हड़पे हैं। इसी खतरे को देखते हुए RBI और DoT ने मिलकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं।
- सभी बैंकों को 31 मार्च 2025 तक इन नियमों को पूरा लागू करना होगा।
किन नंबरों से आएंगी असली बैंक कॉल्स?
1. बैंकिंग/ट्रांज़ैक्शन कॉल्स → 1600xx सीरीज़
अब बैंक ग्राहक से लेन-देन, वेरिफिकेशन, कार्ड/खाते की जानकारी, या सिक्योरिटी संबंधी कॉल सिर्फ 1600xx से करेंगे।
- ✔ यदि आपको 1600xx से कॉल आती है → असली होने की संभावना ज्यादा
- ✘ यदि किसी और mobile number से बैंकिंग कॉल आए → संदिग्ध मानें
2. प्रमोशनल कॉल्स → 140xx सीरीज़
होम लोन, क्रेडिट कार्ड, इंश्योरेंस, पर्सनल लोन जैसे प्रमोशनल कॉल्स अब सिर्फ 140xx से ही आएंगी।
- ✔ 140xx = ऑफर/प्रमोशनल कॉल
- ✘ अन्य नंबर से ऑफर कॉल = Scam की संभावना-
नई गाइडलाइंस से ग्राहकों को कैसे फायदा होगा?
- फर्जी कॉल्स में बड़ी कमी:- ग्राहक नंबर देखकर समझ सकेंगे कि कॉल असली है या नकली। इससे फर्जी बैंक अधिकारी बनकर कॉल करने वाले स्कैमर्स पर लगाम लगेगी।
- सुरक्षित डिजिटल लेन-देन:- बैंकिंग कॉल्स सिर्फ एक सीरीज़ से आने पर ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा और ऑनलाइन फ्रॉड कम होंगे।
- शिकायत करना और आसान:- RBI ने यूज़र्स के लिए 24×7 शिकायत सुविधा जारी रखी है।शिकायत 30 दिनों में निपटाई जाएगी।सभी बैंकों के पास मजबूत Complaint Tracking की व्यवस्था होगी।
- CEPC द्वारा स्थानीय भाषा में सहायता:- ग्राहकों को जागरूक बनाने के लिए Consumer Education and Protection Cell (CEPC) को और मजबूत किया गया है।यह स्थानीय भाषाओं में जानकारी देकर लोगों को फ्रॉड से बचने में मदद करेगा।
1600 और 140 नंबर क्यों खास हैं?
- ये नंबर सिर्फ ट्रूली वैलिडेटेड बैंक/फाइनेंशियल संस्थानों को ही दिए जाएंगे।
- मोबाइल नंबरों की तरह इनका गलत इस्तेमाल मुश्किल है।
- स्कैमर्स अपनी पहचान छुपा नहीं पाएंगे।
अगर बैंकिंग कॉल किसी और नंबर से आए तो क्या करें?
- ✔ तुरंत कॉल काटें✔ OTP / PIN / CVV कभी शेयर न करें
- ✔ बैंक की आधिकारिक कस्टमर केयर पर खुद कॉल करके जांच करें
- ✔ 1930 (National Cyber Fraud Helpline) पर शिकायत करें
निष्कर्ष
RBI का यह कदम करोड़ों बैंक उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत है।अब
- बैंक कॉल्स सिर्फ 1600 (बैंकिंग कॉल्स) और
- 140 (प्रमोशनल कॉल्स) से ही आएंगी।
यह बदलाव डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करेगा, फ्रॉड कम करेगा और ग्राहकों को सुरक्षित बैंकिंग अनुभव देगा।
FAQ
अब बैंक किस नंबर से कॉल करेंगे ?
बैंक या वित्तीय संस्थान अब सिर्फ “1600xx” नंबर सीरीज से कॉल करेंगे।
अगर बैंक प्रमोशनल कॉल करेगा तो कौन-सा नंबर होगा?
मार्केटिंग, ऑफर, प्रमोशन या विज्ञापन से जुड़े कॉल “140xx” नंबर से आएंगे।
अगर कोई कॉल इन नंबरों से नहीं आती तो क्या करें?
उसे फर्जी मानें
OTP, PIN, Password शेयर न करें
तुरंत फोन काट दें
क्या SMS भी इन्हीं नंबरों से आएंगे?
हाँ, सभी SMS (banking/service) भी 1600xx सीरीज से आएं—यह नियम सिर्फ कॉल के लिए नहीं है।
क्या बैंक कॉल करके OTP पूछ सकते हैं?
नहीं, कोई भी बैंक OTP, PIN, पासवर्ड, CVV, UPI PIN आदि कभी नहीं पूछता।
क्या यह नियम सभी बैंकों पर लागू है?
हाँ—सभी बैंक, NBFC, फिनटेक कंपनियाँ और अन्य regulated entities पर लागू है।
अगर नंबर अलग हो, तो क्या वह फ्रॉड ही है?
बहुत अधिक संभावना है, इसलिए सावधान रहें। असली बैंक नए नियम के हिसाब से 1600xx नंबर ही इस्तेमाल करेंगे।
क्या बैंक पुराने नंबर बंद कर देंगे?
हाँ — धीरे-धीरे पुराने कॉलिंग नंबर हटाए जाएंगे।
क्या बैंक ऑफ़र, क्रेडिट कार्ड आदि के नाम पर कॉल कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन ऐसे कॉल 140xx सीरीज से ही होंगे।
अगर मुझे फर्जी कॉल आए तो शिकायत कहाँ करें?
साइबर क्राइम पोर्टल
बैंक हेल्पलाइन
DoT या टेलीकॉम शिकायत