Table of Contents
क्रेडिट कार्ड एक ऐसा वित्तीय साधन है जो आपको खरीदारी करने, बिलों का भुगतान करने और अन्य वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पैसे उधार लेने की अनुमति देता है।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक लेनदेन पर कौन से शुल्क लग सकते हैं।इस लेख में क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले 7 शुल्क, कोन कोन से हैं, पर चर्चा की गई है । यहां हम जानेंगे कि प्रत्येक शुल्क क्या है, यह आपके बिल पर कैसे दिखाई देता है, और आप इसे कैसे कम कर सकते हैं। तो आइए इन्हे समझते हैं:
1. क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक रखरखाव शुल्क क्या है ?
क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक रखरखाव शुल्क ( Annual Maintenance Charge : AMC) वह शुल्क/राशि है जो
- बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए कार्डधारक से लेता है। यह शुल्क “कार्ड के प्रकार”, “जारीकर्ता बैंक” और “कार्डधारक की क्रेडिट रेटिंग” के आधार पर भिन्न होता है।
- जो क्रेडिट कार्ड कंपनियां कार्डधारक से हर साल कार्ड खाते की प्रबंधन और रखरखाव लागत को कवर करने के लिए लेती हैं। इसे आमतौर पर वार्षिक शुल्क भी कहा जाता है।
- AMC की राशि “कार्ड के प्रकार”, “उसके द्वारा मिलने वाले लाभों “और “कार्ड जारीकर्ता की नीतियों पर” निर्भर करती है। बेसिक कार्डों के लिए यह शून्य या कम शुल्क हो सकता है, जबकि प्रीमियम कार्ड, जो अधिक सुविधाएं और लाभ प्रदान करते हैं, उनमें AMC अधिक हो सकती है।
- कुछ क्रेडिट कार्डों पर कोई वार्षिक रखरखाव शुल्क नहीं होता है, जबकि अन्य पर प्रति वर्ष ₹1,000 या उससे अधिक का शुल्क हो सकता है। इसके कई कारण है जैसे
- क्रेडिट कार्ड जारी करने की लागत को कवर करना ।
- क्रेडिट कार्डधारकों को अतिरिक्त लाभ और सेवाएं प्रदान करना ।
- क्रेडिट कार्डधारकों से अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करना ।

यहां क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक रखरखाव शुल्क के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:
- वार्षिक रखरखाव शुल्क का भुगतान आमतौर पर बिल के साथ किया जाता है।
- कुछ क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता वार्षिक रखरखाव शुल्क से छूट प्रदान कर सकते हैं। यह आमतौर पर नए कार्डधारकों या उन कार्डधारकों के लिए होता है जो एक निश्चित राशि खर्च करते हैं।
- आप क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक रखरखाव शुल्क से बचने के लिए कई विकल्प चुन सकते हैं। उदाहरण के लिए,
- आप एक क्रेडिट कार्ड चुन सकते हैं जिसमें कोई वार्षिक रखरखाव शुल्क नहीं है या
- आप एक ऐसा कार्ड चुन सकते हैं जिसमें वार्षिक रखरखाव शुल्क के लिए मुआवजे के रूप में अतिरिक्त लाभ या सेवाएं शामिल हैं।
- आप क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता के साथ वार्षिक रखरखाव शुल्क को कम करने के लिए बातचीत भी कर सकते हैं ।
क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक रखरखाव शुल्क के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपने कार्ड का चुनाव करते समय सही निर्णय ले सकें और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपने लिए सबसे अच्छा सौदा प्राप्त कर रहे हैं, सभी संभावित शुल्कों और शर्तों की तुलना अवश्य करे।
2. क्रेडिट कार्ड विलम्ब भुगतान पर ब्याज और प्रभार क्या है ?
क्रेडिट कार्ड विलम्ब भुगतान (Late Payment) पर ब्याज और प्रभार काफी महंगे होते हैं। नीचे एक आसान और स्पष्ट तालिका दी गई है जो यह बताती है कि क्या-क्या शुल्क लग सकते हैं:
शुल्क/ब्याज | विवरण |
---|---|
विलम्ब भुगतान शुल्क (Late Fee) | ₹100 से ₹1300 तक, आपके बकाया राशि के अनुसार (हर बैंक की अलग-अलग दर होती है) |
ब्याज दर (Interest Rate) | 30% से 45% वार्षिक (या 2.5% से 3.75% प्रति माह) |
GST | लेट फीस और ब्याज पर 18% जीएसटी भी लगता है |
Impact on क्रेडिट स्कोर | बार-बार विलम्ब करने पर क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है |
ग्रेस पीरियड समाप्त | अगली खरीदारी पर कोई ब्याज-मुक्त अवधि नहीं मिलती, हर ट्रांजैक्शन पर ब्याज लगता है |
क्रेडिट कार्ड विलम्ब भुगतान online कैलकुलेटर :
💳 क्रेडिट कार्ड विलम्ब भुगतान कैलकुलेटर
अगर आपने ₹10,000 का बिल नहीं चुकाया और ब्याज दर 3.5% प्रतिमाह है, तो सिर्फ 1 महीने में आपको ₹350 + लेट फीस ₹750 + GST = ₹1,298 तक देना पड़ सकता है।
सलाह:
- ऑटो डेबिट सेट करें।
- कम से कम न्यूनतम भुगतान (minimum due) ज़रूर करें ताकि लेट फीस न लगे (हालांकि ब्याज फिर भी लगेगा)।
- फुल पेमेंट समय पर करें – यही सबसे सस्ता और सही तरीका है।
3. क्रेडिट कार्ड पर विलंबित बिल भुगतान शुल्क क्या है ?
🔍 परिभाषा: “विलंबित बिल भुगतान शुल्क वह जुर्माना है जो बैंक या क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कंपनी उस स्थिति में लेती है जब कार्डधारक समय पर अपने कार्ड का बिल भुगतान नहीं करता।”
यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान देय तिथि (due date) पर करना किसी कारणवश भूल जाते हैं और देय तिथि के बाद अगर आप उस बिल का भुगतान करते हैं तो कार्ड जारीकर्ता आपसे विलंबित भुगतान शुल्क वसूलेगा जोकि बकाया राशि पर मासिक आधार पर लगाया जाता है।
आमतौर विलंबित ब्याज शुल्क की दर पर 25% से 30% प्रति वर्ष होती है। हालांकि, कुछ क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता अधिक या कम ब्याज दरें ले सकते हैं।
यह शुल्क क्यों लिया जाता है?
- समय पर भुगतान न करने पर वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए।
- बैंक को उसकी क्रेडिट सुविधा के लिए मुआवजा देने के लिए।
- लोगों को समय पर भुगतान के लिए प्रेरित करने हेतु।
- बैंक के जोखिम को कवर करने के लिए, क्योंकि देरी से भुगतान डिफॉल्ट का संकेत हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान देर से करने पर RBI दिशा निर्देश क्या है ?
- बैंक क्रेडिट कार्ड ग्राहकों पर देर से भुगतान करने पर जुर्माना लगा सकते हैं या जब भुगतान 3 दिन से अधिक समय से बकाया हो तो क्रेडिट सूचना कंपनियों को इसकी सूचना तभी दे सकते हैं ।
- क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता किसी खाते को क्रेडिट सूचना एजेंसियों को “अतीत देय (Post due)” के रूप में रिपोर्ट कर सकते हैं या केवल तभी कोई जुर्माना लगा सकते हैं यदि क्रेडिट कार्ड खाता 3 दिनों से अधिक समय तक “अतीत देय (Post due)” बना रहे ।
- यदि क्रेडिट कार्ड धारक तीन दिनों के बाद भी अपने बिल का भुगतान नहीं करता है, तो अविलंब भुगतान शुल्क लगाया जाएगा ।
- देर से भुगतान आमतौर पर आपकी भुगतान चूक जाने के बाद कम से कम 15 दिनों तक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज नहीं होगा । हालांकि, एक भी देर से या चूक गया भुगतान क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर को ऋणात्मक रूप से प्रभावित करते हैं ।
विलंबित ब्याज शुल्क से बचने के लिए, आपको अपने क्रेडिट कार्ड बिल की देय तिथि से पहले पूरी बकाया राशि का भुगतान करना चाहिए। यहां कुछ सुझाव है,जो विलंबित ब्याज शुल्क से बचने में मदद कर सकते हैं:
- अपने क्रेडिट कार्ड बिल की देय तिथि को याद रखें : कार्ड जारीकर्ता द्वारा आपको बिल बनते ही एसएमएस एवं रजिस्टर्ड ईमेल द्वारा आपको सूचित किया जाता है।
- अपने क्रेडिट कार्ड का सावधानी से उपयोग करें: केवल वही खरीदारी करें जिसे आप वहन कर सकते हैं।
- अपने क्रेडिट कार्ड बिल को नियमित रूप से देखें: यदि आपके पास कोई प्रश्न या चिंताएँ हैं, तो अपने क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता से संपर्क करें।
क्रेडिट कार्ड पर विलंबित ब्याज शुल्क के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है ताकि आप अप्रत्याशित शुल्कों से बच सकें। यदि आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप अपने बिल की देय तिथि से पहले पूरी बकाया राशि का भुगतान करें।
4. क्रेडिट कार्ड पर वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) क्या है ? l Goods and Service Tax (GST)
हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय पर करें क्योंकि देर से भुगतान शुल्क, ब्याज शुल्क, नकद अग्रिम शुल्क, ईएमआई शुल्क, वार्षिक शुल्क आदि पर 18% जीएसटी लागू होता है।
5.क्रेडिट कार्ड पर नकद निकासी शुल्क क्या है ?l ATM Cash withdrawal charges
क्रेडिट कार्ड नकद निकासी शुल्क वह शुल्क है जो तब लगाया जाता है जब कार्डधारक एटीएम से क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके नकद राशि निकालते हैं। इसे कैश एडवांस शुल्क भी कहा जाता है। यह शुल्क आमतौर पर निकाली गई राशि का एक निश्चित प्रतिशत होता है, जो लगभग 2.5% से 3.5% तक हो सकता है, साथ ही न्यूनतम शुल्क भी लागू किया जाता है।
नकद निकासी पर शुल्क के अलावा, इस पर तुरंत ब्याज भी लगने लगता है, जो सामान्य क्रेडिट कार्ड लेनदेन की तुलना में अधिक होता है। ब्याज की गणना उसी दिन से शुरू हो जाती है जब नकद निकासी की जाती है, चाहे बिलिंग चक्र के अंत तक पूरा भुगतान क्यों न कर दिया जाए। इसलिए, क्रेडिट कार्ड से नकद निकालने से बचना चाहिए और इसे केवल आवश्यक परिस्थिति में ही उपयोग करना उचित होता है।
6.क्रेडिट कार्ड विदेशी लेनदेन शुल्क क्या है ?
🔍 परिभाषा: विदेशी लेनदेन शुल्क (Foreign Transaction Fee) एक ऐसा शुल्क है जो तब लिया जाता है जब आप अपने भारतीय क्रेडिट कार्ड का उपयोग विदेश में या किसी अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट पर विदेशी मुद्रा (जैसे USD, EUR) में लेनदेन करने के लिए करते हैं।
विदेशी लेनदेन शुल्क क्यों लिया जाता है?
- मुद्रा विनिमय (Currency Conversion) की लागत को कवर करने के लिए।
- बैंक या कार्ड नेटवर्क (Visa/Mastercard) द्वारा लगाई गई प्रोसेसिंग फीस के कारण।
- अंतरराष्ट्रीय लेनदेन को सुरक्षित और प्रोसेस करने की लागत को वसूलने के लिए।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु:
विवरण | जानकारी |
---|---|
शुल्क प्रतिशत | आमतौर पर 1.5% से 3.5% तक लेनदेन राशि पर |
लागू होता है | विदेश यात्रा के दौरान POS, ATM या ऑनलाइन इंटरनेशनल शॉपिंग पर |
अतिरिक्त शुल्क | कुछ बैंक currency conversion markup भी लेते हैं (1% – 2% अतिरिक्त) |
🧾 उदाहरण: यह शुल्क तब भी लगता है जब आप किसी विदेशी वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, और इसमें अतिरिक्त मुद्रा रूपांतरण शुल्क भी शामिल हो सकता है, जो विदेशी मुद्रा को भारतीय रुपये में बदलने के लिए लिया जाता है।अगर आप बार-बार विदेशी लेनदेन करते हैं, तो ऐसे क्रेडिट कार्ड का चयन करना बेहतर होगा जिसमें विदेशी लेनदेन शुल्क न हो, ताकि आप अतिरिक्त खर्चों से बच सकें।
7.क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क क्या है ?
क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क ( Credit Card Balance Transfer Fees) वह शुल्क है जो आपको अपने एक क्रेडिट कार्ड से दूसरे क्रेडिट कार्ड में बकाया राशि को स्थानांतरित करने के लिए देना पड़ता है। यह शुल्क आमतौर पर बकाया राशि के 3% से 5% के बीच होता है, लेकिन यह कार्ड के प्रकार, जारीकर्ता बैंक और कार्डधारक की क्रेडिट रेटिंग के आधार पर भिन्न हो सकता है।
हमें क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर क्यों करना चाहिए :
- 1️⃣ब्याज दर कम करने के लिए: यदि आपके पास एक उच्च ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड पर बकाया है, तो आप उस राशि को एक कम ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड में स्थानांतरित करके ब्याज भुगतान को कम कर सकते हैं।
- 2️⃣बकाया राशि को कम करने के लिए: यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि को कम करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो आप एक बैलेंस ट्रांसफर शुल्क का उपयोग करके एकमुश्त राशि का भुगतान कर सकते हैं।
- 3️⃣नए क्रेडिट कार्ड लाभों का लाभ उठाने के लिए: यदि आप एक नए क्रेडिट कार्ड के साथ नए लाभों का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप अपने पुराने क्रेडिट कार्ड से बकाया राशि को स्थानांतरित करके ऐसा कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क का भुगतान आमतौर पर एकमुश्त राशि के रूप में किया जाता है। शुल्क का भुगतान करने के बाद, आप उस राशि को अपने नए क्रेडिट कार्ड के बिल पर वापस कर देते हैं।
सुझाव, जो क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क से बचने में मदद कर सकते हैं:
क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क से बचने के लिए, आप अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर को कम करने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता से बात कर सकते हैं। आप एक क्रेडिट कार्ड भी चुन सकते हैं जिसमें बैलेंस ट्रांसफर शुल्क नहीं हो।
- 1️⃣अपने क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर शुल्क की गणना करें।
- 2️⃣यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह आपके लिए एक अच्छा सौदा है, अपने बकाया राशि, ब्याज दर और बैलेंस ट्रांसफर शुल्क को ध्यान में रखें।
इससे आपको ब्याज के भुगतान को कम करने में मदद मिलेगी।
FAQ :अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :–
क्रेडिट कार्ड से बिना शुल्क के पैसे कैसे निकालते हैं ?
क्रेडिट कार्ड से नगद राशि निकालना बहुत आसान है जैसा कि डेबिट कार्ड से नगद निकालते हैं वैसे ही आप किसी भी एटीएम पर जाकर क्रेडिट कार्ड से राशि निकाल सकते हैं लेकिन आपके द्वारा निकाली गई राशि पर बैंक द्वारा बहुत अधिक चार्जेस वसूले जाते हैं जो निकाली गई राशि का 2.5% या 300 से ₹500 प्रति ट्रांजैक्शन होते हैं l
क्रेडिट स्कोर पर क्रेडिट कार्ड नकद अग्रिम का क्या प्रभाव होता है ?
क्रेडिट कार्ड पर नकद अग्रिम की सूचना खरीद एजेंसियों को नहीं दी जाती है बकाया राशि और उसका भुगतान न करने की रिपोर्ट की दी जाती है इसलिए क्रेडिट कार्ड बनाकर अग्रिम लेने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित नहीं हो सकता उच्च ब्याज दरों और क्रेडिट कार्ड नकद निकासी पर लगाए गए अतिरिक्त शुल्क और शुल्क के कारण कभी-कभी आपके लिए माफी भुगतान करना मुश्किल हो सकता है जब आप न्यूनतम दे राशि का भुगतान करने में विफल रहते हैं तो यह क्रिकेट स्कोर को प्रभावित करेगा और फिर रिपोर्ट में बुरी तरीके से रिफ्लेक्ट होगा l जब आप समय पर भुगतान करते रहते हैं तो आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं होता है l
क्रेडिट कार्ड में “मिनिमम अमाउंट ड्यू” का क्या मतलब होता है ?
मिनिमम अमाउंट ड्यू आपका टोटल बिल अमाउंट का एक छोटा सा हिस्सा है इसे आपको अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जारी रखने के लिए बिल पेमेंट की अंतिम समय सीमा के भीतर चुका देना जरूरी होता है ।
अगर मैं अपने क्रेडिट कार्ड पर एक दिन / महीना लेट हो जाता हूं तो क्या होता है ?
यदि क्रेडिट कार्डधारक बिल भूगतान तिथि के तीन दिनों के बाद भी अपने बिल का भुगतान नहीं करता है, तो कार्ड जारीकर्ता द्वारा विलंब भुगतान शुल्क लगाया जाएगा ।
यदि मैं केवल न्यूनतम भुगतान करूं तो क्या मेरा क्रेडिट स्कोर नीचे जाएगा ?
क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव अगर कोई भी व्यक्ति हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड से केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करता है तो क्रेडिट ब्यूरो इसे ऐसे संकेत के तौर पर मानता है कि उस व्यक्ति को कर्ज देने में जोखिम हो सकता है। एक खराब और संतोषजनक क्रेडिट स्कोर न होने से लोन लेने की क्षमता पर असर पड़ सकता है